खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में फिल्मी स्टाइल में लूट की वारदात सामने आई। कुख्यात पारदी गैंग ने छत्तीसगढ़ पुलिस के ट्रैफिक कॉन्स्टेबल मयंक खूटे को सोना बेचने के बहाने खंडवा बुलाया और 17 लाख रुपए से भरा बैग लूट लिया। घटना हरसूद क्षेत्र में हुई, जहां कॉन्स्टेबल और उसके भाई को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया और एटीएम कार्ड समेत नकदी ले उड़े।
झूठी कहानी सुनाकर फंसाया
दरअसल, कॉन्स्टेबल की पहचान पारदी गैंग से पिछले महीने हुई थी। आरोपियों ने घर की खुदाई में सोना मिलने की कहानी सुनाई और पहले सैंपल में 24 कैरेट का असली सोना दिखाकर विश्वास जीत लिया। एक किलो सोना सस्ते दाम पर देने का झांसा देकर कॉन्स्टेबल और उसके भाई को 17.5 लाख रुपए लेकर खंडवा बुलाया गया।
जंगल में ले जाकर पीटा, रुपए छीने
शनिवार रात पहुंचते ही उन्हें जंगल की ओर ले जाया गया। वहां लुटेरों ने कहा कि पहले पैसे दो, फिर सोना मिलेगा। जैसे ही कॉन्स्टेबल ने बैग खोला, गैंग के अन्य सदस्य लाठियां लेकर टूट पड़े। जान बचाने के लिए कॉन्स्टेबल और उसके साथी भागे, लेकिन गैंग रुपए से भरा बैग लेकर फरार हो गया।
दो आरोपी दबोचे, माल बरामद
पीड़ितों ने पहले खुद बदमाशों की तलाश की, बाद में सोमवार दोपहर थाने पहुंचे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर आरोपियों की पहचान की। मंगलवार सुबह पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों—युवराज उर्फ सेवकराम और शबनम को गिरफ्तार कर 17 लाख रुपए, एटीएम कार्ड और मोबाइल बरामद कर लिए। दो आरोपी अभी फरार हैं। वहीं, खंडवा एसपी मनोज राय ने बताया कि आरोपियों ने असली सोने का टुकड़ा दिखाकर कॉन्स्टेबल को जाल में फंसाया था। इसके बाद सुनियोजित तरीके से उन्हें जंगल में बुलाकर रुपए लूट लिए गए। फरार आरोपियों की तलाश जारी है।