भोपाल। मध्यप्रदेश में भारी बारिश ने हालात विकट (Rain Disaster) कर दिए हैं। राजधानी भोपाल में लगातार हो रही बारिश से बड़ा तालाब ओवरफ्लो (Dam Overflow) हो गया है। इसके चलते शनिवार को भदभदा डैम के गेट इस सीजन में पहली बार खोले गए। तालाब का पानी शहर के कई निचले इलाकों में घुस गया, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। वहीं, देश के कई राज्यों मेें तेज बारिश से कई जगह भूस्खलन (Landslide) हुआ तो कई शहरों के रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है।
तोरणमाल में भूस्खलन से रोड जाम
बड़वानी जिले के तोरणमाल क्षेत्र में बारिश के कारण पहाड़ दरक गए हैं। तेज बारिश से भूस्खलन हुआ, जिससे सड़क पर बड़ी-बड़ी चट्टानें गिर गईं और मार्ग पूरी तरह जाम हो गया। इससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है और लोगों को घंटों परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई हैं।
कई राज्यों में बारिश का कहर
मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और गुजरात में भी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। जयपुर, उदयपुर और राजसमंद में नदी-नाले उफान पर हैं। उदयपुर की आयड़ नदी का पानी कॉलोनियों में घुस गया और लोग घरों की छतों पर फंसे हुए हैं। राजसमंद में नेशनल हाईवे का हिस्सा बह जाने से यातायात बाधित हो गया। वहीं, गुजरात के सूरत और वडोदरा में नर्मदा और किम नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। निचले इलाकों में रहने वालों को प्रशासन ने अलर्ट रहने की सलाह दी है।
दिल्ली, मथुरा, आगरा भी पानी-पानी
दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। मॉनेस्ट्री मार्केट, यमुना बाजार और मयूर विहार समेत कई हिस्सों में जलभराव से हालात बाढ़ जैसे हैं। उत्तर प्रदेश के मथुरा और आगरा में भी यमुना का पानी रिहायशी इलाकों तक पहुंच गया है। आगरा में ताजमहल की बाउंड्री तक पानी भर गया है और आसपास का पार्क डूब चुका है।
पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर में बाढ़
पंजाब में 23 जिलों के 1900 गांव 12 दिनों से बाढ़ की चपेट में हैं। यहां अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों लोग प्रभावित हैं। जम्मू-कश्मीर में लैंडस्लाइड के चलते जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद है और करीब 3700 वाहन फंसे हुए हैं। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में बारिश से भीषण तबाही हुई है। करीब पिछले आठ दशकों का बारिश का रिकॉर्ड टूट गया है।