मऊगंज। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के देवतालाब दौरे के दौरान रविवार को मऊगंज में कांग्रेस और किसानों का जोरदार प्रदर्शन (Congress and Farmers Protest) हुआ। यह प्रदर्शन खाद की किल्लत (Fertilizer Shortage) और किसानों की परेशानियों को लेकर किया गया। पूर्व कांग्रेस विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना के नेतृत्व में करीब 3 से 4 हजार किसान और कार्यकर्ता जुटे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों की पुलिस के साथ झड़प (Police Clash) भी हुई।
प्रदर्शनकारी सीएम को सौंपना चाहते थे ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे सीएम को किसानों और छात्रों की समस्याओं पर ज्ञापन सौंपना चाहते थे। इसके लिए सभी कार्यकर्ता मऊगंज बायपास से देवतालाब की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसी दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स तोड़ दिए। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और पूर्व विधायक समेत कई कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद माहौल शांत हो पाया।
सुखेंद्र सिंह बन्ना के तीखे आरोप
पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की मूलभूत समस्याओं को सुनने के बजाय उन्हें दबाने में लगी है। उन्होंने कहा—हम यहां पिकनिक मनाने नहीं आए, बल्कि उन किसानों और छात्रों की आवाज बनने आए हैं, जिन पर बर्बरतापूर्वक लाठियां बरसाई जा रही हैं। हम उन मरीजों के लिए खड़े हैं, जिन्हें अस्पतालों में इलाज और पोस्टमॉर्टम जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए दर-दर भटकना पड़ता है।
किसान और मरीज बेहाल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रदेश में लगातार खाद की कमी से किसान बेहाल हैं। बीज और खाद की अनुपलब्धता से फसल बर्बाद होने की कगार पर है, वहीं सरकारी दफ्तरों और अस्पतालों में लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं। किसानों का कहना है कि यदि समय रहते समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज होगा।