नई दिल्ली। राजस्थान की सियासत में इन दिनों हलचल तेज हो गई है। चर्चाएं जोरों पर हैं कि राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे को पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बीच इस मुद्दे पर विचार-मंथन जारी है। सूत्रों के मुताबिक, संघ की पहली पसंद वसुंधरा राजे हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की ओर से पूर्व मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम आगे बढ़ाया जा रहा है।
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं
वसुंधरा राजे वर्तमान में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। इसके अलावा वे पांच बार लोकसभा सांसद भी रह चुकी हैं। वे जनसंघ की संस्थापक सदस्य रहीं राजमाता विजया राजे सिंधिया की बेटी हैं, जिससे उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि और अनुभव और भी मजबूत माने जाते हैं।
जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है
संघ की ओर से पूर्व में संजय जोशी का नाम भी सामने आया था, लेकिन अब वसुंधरा राजे को सबसे उपयुक्त विकल्प माना जा रहा है। माना जा रहा है कि वसुंधरा की मजबूत राजनीतिक पकड़ और संगठनात्मक क्षमता के चलते उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
समर्थकों में उत्साह देखने को मिल रहा
इस अटकल के बाद से वसुंधरा राजे समर्थकों में उत्साह देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर उन्हें अग्रिम बधाइयां भी मिलने लगी हैं। हालांकि, पार्टी की ओर से इस संबंध में अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
संघ की राय को कितना महत्व देती है भाजपा
अब देखना यह है कि भाजपा नेतृत्व संघ की राय को कितना महत्व देता है और क्या वसुंधरा राजे सच में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कुर्सी तक पहुंच पाती हैं या फिर शिवराज सिंह चौहान को तवज्जो मिलती है। निर्णय जो भी हो, भाजपा के भीतर शक्ति संतुलन की यह कवायद काफी दिलचस्प मोड़ लेती दिख रही है।