नई दिल्ली। अनिल अंबानी पर छापों के बाद अब उनके बड़े भाई मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी का वनतारा एनिमल रेस्क्यू सेंटर जांच की जद में आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात के जामनगर स्थित वनतारा वाइल्डलाइफ रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर की जांच के लिए 4 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। वनतारा सेंटर को रिलायंस फाउंडेशन संचालित करता है। यह जांच अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय वन्यजीव कानूनों के उल्लंघन के आरोपों को लेकर की जा रही है।
हाईकोर्ट के निर्देश पर की गई थी शिफ्ट
यह विवाद 36 वर्षीय हथिनी महादेवी उर्फ माधुरी को लेकर शुरू हुआ, जो कोल्हापुर के एक जैन मठ में पिछले 32 वर्षों से रह रही थी। पेटा की याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिसंबर 2024 में माधुरी की सेहत के मद्देनजर उसे वनतारा में शिफ्ट करने का आदेश दिया था। इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने भी जुलाई 2025 में बरकरार रखा। हथिनी माधुरी की कोल्हापुर के स्वस्तिश्री जिनसेन भट्टारक पट्टाचाय महास्वामी संस्थान मठ में रह रही थी। माधुरी के जैन मठ से शिफ्टिंग किए जाने के विरोध में कोल्हापुर में 723 गांवों के पांच लाख लोगों ने 45 किलोमीटर लंबा जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया था।
SIT देगी 12 सितंबर तक रिपोर्ट
धार्मिक भावनाएं आहत होने का हवाला देते हुए हथिनी को वापस लाने की मांग उठी। इसी सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिसमें वनतारा पर सवाल उठाए गए। अदालत ने याचिकाकर्ता को निर्देश दिया कि वह वनतारा को पक्षकार बनाए। अब सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व जज जस्टिस जे. चेलमेश्वर की अध्यक्षता में एक SIT गठित की है, जो 12 सितंबर 2025 तक अपनी रिपोर्ट देगी। टीम में पूर्व चीफ जस्टिस राघवेंद्र चौहान, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले और कस्टम्स अधिकारी अनिश गुप्ता शामिल हैं। यह टीम जानवरों के आयात-निर्यात, तस्करी, कार्बन क्रेडिट और जल संसाधनों के उपयोग जैसे पहलुओं की जांच करेगी।
वनतारा ने की क्षमा याचना
वनतारा संस्था ने 7 अगस्त को अपने बयान में स्पष्ट किया कि हथिनी की शिफ्टिंग कोर्ट के आदेश पर हुई थी। संस्था का कहना है कि उनकी भूमिका केवल माधुरी की देखभाल, पशु चिकित्सा सहायता और पुनर्वास तक सीमित थी। उन्होंने किसी भी निर्णय में भाग नहीं लिया। उन्होंने जैन समुदाय और कोल्हापुर वासियों से क्षमा भी मांगी है। वनतारा ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यदि महाराष्ट्र सरकार और मठ माधुरी की वापसी के लिए सुप्रीम कोर्ट में अनुमति लेते हैं, तो वह पूरा सहयोग देने को तैयार है। साथ ही, कोल्हापुर के पास नांदणी क्षेत्र में एक आधुनिक पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव भी दिया गया है।
एक नजर में समझिए वनतारा को
वनतारा (Vantara) रिलायंस का एनिमल रेसक्यू सेंटर है। ‘वनतारा’ स्टार ऑफ दी फॉरेस्ट प्रोग्राम के तहत जानवरों को रेस्क्यू कर उनकी देखभाल जाती है। इस प्रोग्राम की शुरुआत उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने की है। पता चला है कि प्रोग्राम के तहत अभी तक 200 हाथियों के अलावा 300 से ज्यादा तेंदुए, बाघ, शेर, जगुआर जैसे वन्यजीव भी रेस्क्यू किए जा चुके हैं। गुजरात की जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के ग्रीन बेल्ट में बने इस सेंटर में 2100 से ज्यादा लोगों का प्रशिक्षित स्टाफ है। जानवरों का शेल्टर तीन हजार एकड़ में बनाया गया है। रेस्क्यू सेंटर और रिहैबिलेशन सेंटर 650 एकड़ में बना है। 14 हजार वर्ग फुट में बने रसोईघर में जानवरों की डाइट तैयार की जाती है।