नई दिल्ली। आप नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर मंगलवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की। यह कार्रवाई अस्पताल निर्माण परियोजनाओं में कथित भ्रष्टाचार की जांच से जुड़ी है। ED की टीम ने दिल्ली में भारद्वाज समेत कुल 13 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया।
यह मामला करीब एक साल पहले शुरू हुई जांच से जुड़ा है। दिल्ली की एंटी-करप्शन ब्रांच (ACB) ने AAP सरकार के दौरान स्वास्थ्य ढांचे से संबंधित योजनाओं में गड़बड़ी की शिकायत पर जांच शुरू की थी। बाद में यह केस ED को ट्रांसफर हुआ। जुलाई 2024 में ED ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया।
BJP नेता विजेंद्र गुप्ता ने की थी शिकायत
भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने 22 अगस्त 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप लगाया गया कि तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन ने मिलकर 24 अस्पताल परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया। शिकायत पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने जांच की अनुमति दी और ACB ने FIR दर्ज की। तत्कालीन AAP सरकार पर आरोप है कि 2018-19 में 5590 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत अस्पताल परियोजनाओं में भारी हेराफेरी हुई। इनमें 11 ग्रीनफील्ड और 13 ब्राउनफील्ड अस्पताल शामिल थे। लेकिन समय पर काम पूरा न होने से लागत कई गुना बढ़ गई।
देरी और लागत बढ़ने के आरोप
वहीं, 6800 के कुल बिस्तर कैपेसिटी वाले 7 ICU अस्पताल परियोजनाओं को 1125 करोड़ रुपए की लागत से 6 महीने में तैयार होना था। 3 साल बाद भी सिर्फ पचास फीसदी ही काम पूरा हुआ और 800 करोड़ रुपए खर्च हो चुके। लोकनायक अस्पताल न्यू ब्लॉक को 465.52 करोड़ में तैयार करना था, लेकिन अब तक 1125 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
94 पॉलीक्लिनिक्स बनाने की योजना थी, लेकिन 52 ही बने और उस पर 220 करोड़ रुपए खर्च हो गए, जबकि मंजूरी केवल 168.52 करोड़ की थी।
आम आदमी पार्टी का पलटवार
उधर, आप नेताओं ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया। पूर्व सीएम आतिशी ने कहा, सौरभ के घर रेड मोदी सरकार की साजिश है। यह मामला उस वक्त का है जब वह मंत्री भी नहीं थे। सारे केस झूठे हैं और जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। वहीं, आप नेता मनीष सिसोदिया ने भी इस मामले को झूठा करार देते हुए ईडी की रेड को भटकाने वाली रणनीति का हिस्सा बताया है।