नई दिल्ली। अफगानिस्तान में रविवार देर रात 6.3 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिसने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई। ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस आपदा में अब तक कम से कम 800 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2500 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि राहत और बचाव कार्य अभी जारी है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जलालाबाद शहर से लगभग 17 मील दूर था। जलालाबाद की आबादी करीब दो लाख है और यह राजधानी काबुल से सड़क मार्ग से 100 मील से भी कम दूरी पर स्थित है। भूकंप के तेज झटके रातभर शहर में महसूस किए गए, जिससे लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए।
सबसे ज्यादा नुकसान कुनार प्रांत में
न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा मौतें कुनार प्रांत में हुई हैं। वहीं, सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोशल मीडिया पर पुष्टि करते हुए लिखा कि देश के कुछ पूर्वी प्रांतों में गंभीर जान-माल का नुकसान हुआ है। हालांकि उन्होंने अब तक विस्तृत आंकड़े साझा नहीं किए हैं।
पाकिस्तान तक महसूस हुए झटके
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का असर अफगानिस्तान के पड़ोसी पाकिस्तान तक महसूस किया गया। झटके खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत तक पहुंचे, जहां लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। हालांकि पाकिस्तान में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
अफगानिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट और मानवीय चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में इस प्राकृतिक आपदा ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। राहत एजेंसियां और स्थानीय प्रशासन मिलकर प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चला रहे हैं।