रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले (Surajpur lightning) में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत (lightning strike death) हो गई और 6 लोग झुलस गए, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। हादसा उस समय हुआ जब ग्रामीण पेड़ के नीचे बैठकर दस्तावेज अपडेट करा रहे थे। घायलों का इलाज सोनहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जारी है। मौसम विभाग ने राज्य के 29 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और आंधी की संभावना को देखते हुए यलो अलर्ट (Chhattisgarh weather alert) जारी किया है। बलरामपुर में अब तक सामान्य से 51 फीसदी अधिक बारिश हुई है, जबकि बेमेतरा में सामान्य से 50 फीसदी कम बरसात दर्ज की गई। (Chhattisgarh rain update) विभाग का कहना है कि 17 सितंबर से मौसम की गतिविधियां धीरे-धीरे कम होंगी।
पेड़ पर बिजली गिरने से हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, युवक महतारी वंदन योजना के तहत मिल रही राशि में कटौती को लेकर ग्राम पंचायत सचिव से बात करने गया था। सचिव को बुलाकर पेड़ के नीचे मोबाइल नंबर और अन्य दस्तावेज अपडेट कर रहा था, तभी अचानक तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरी और यह दर्दनाक हादसा हो गया।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की स्थिति स्थिर है, लेकिन सतर्कता के साथ इलाज किया जा रहा है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने मंगलवार को कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा को छोड़कर बाकी 29 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। यहां गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और आंधी चलने की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि बारिश के दौरान खुले में पेड़ या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। हालांकि, बुधवार यानी 17 सितंबर से इस तरह की गतिविधियों में कमी आने की संभावना जताई गई है।
प्रदेश में बारिश का हाल
पिछले 24 घंटों में रायपुर और रायगढ़ समेत कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। बलरामपुर जिले में अब तक सबसे ज्यादा 1399.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 51 प्रतिशत अधिक है। वहीं बेमेतरा जिले में केवल 483.7 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य से 50 प्रतिशत कम है। राज्य में अब तक औसतन 1033.2 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है।
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में मानसून की गतिविधियां धीरे-धीरे कम होंगी। बावजूद इसके लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर आकाशीय बिजली से बचाव को लेकर सावधानी बरतनी होगी।