रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के 16,000 संविदा कर्मचारी सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दे रहे हैं। 18 दिनों से चल रही उनकी हड़ताल अब और उग्र होने की ओर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ प्रदेश NHM कर्मचारी संघ ने सोशल मीडिया पर सामूहिक इस्तीफे की बात कही है, जिसकी पुष्टि कर्मचारी नेता अमन दास ने भी की। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा करने के वादों को नजरअंदाज किया है, जिससे वे मजबूरन यह कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं।
दो दर्जन कर्मचारी बर्खास्त
स्वास्थ्य विभाग ने हड़ताल को तोड़ने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। बुधवार को 25 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया, जिनमें NHM संविदा कर्मचारी संगठन के प्रदेश संरक्षक हेमंत सिन्हा और महासचिव कौशलेश तिवारी भी शामिल हैं। इस कार्रवाई से कर्मचारियों में आक्रोश और बढ़ गया है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार और प्रशासन बातचीत के रास्ते बंद कर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
कर्मचारियों ने खून से लिखा पत्र
नेशनल हेल्थ मिशन के संविदाकर्मी लंबे समय से नियमितीकरण, बेहतर वेतन, और कार्यस्थल पर सुधार की मांग कर रहे हैं। हड़ताल के दौरान उन्होंने अनोखे तरीकों से विरोध दर्ज किया है, जिसमें प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, और स्वास्थ्य मंत्री के मुखौटे पहनकर नृत्य करना और खून से पत्र लिखना शामिल है। ये कदम उनकी हताशा और सरकार के प्रति असंतोष को दर्शाते हैं।
चरमरा सकती हैं स्वास्थ्य सेवाएं
कर्मचारियों का कहना है कि वे स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दिन-रात काम करते हैं, लेकिन बदले में उन्हें उचित सम्मान और सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। बर्खास्तगी के बाद अब सामूहिक इस्तीफे की धमकी से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर असर पड़ सकता है। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी है कि वे अपने हक के लिए अंत तक लड़ेंगे।