जगदलपुर। छत्तीसगढ़ एक बार फिर नक्सल एन्काउंटर (Naxal Encounter) की गूंज से हिल गया है। बीजापुर के घने जंगलों में शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 2 खूंखार नक्सलियों को ढेर कर दिया। मौके से नक्सलियों के शव, हथियार (dead bodies, weapons recovery) और भारी मात्रा में विस्फोटक (explosives) बरामद हुए हैं। जंगल अब भी गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज रहा है क्योंकि दोनों ओर से रुक-रुककर फायरिंग (intermittent firing) जारी है।
बीजापुर के दक्षिण पश्चिम इलाके में कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, बीजापुर जिले के दक्षिण-पश्चिमी इलाकों में माओवादियों के होने (Maoist presence) की खबर मिलते ही जवानों ने सुबह से ही सर्च आपरेशन (search operation) शुरू कर दिया था। अचानक नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में 2 नक्सली ढेर हो गए। बीजापुर के SP जितेंद्र यादव ने इस बड़े एनकाउंटर की पुष्टि की है।
सर्च आपरेशन जारी
पुलिस ने बताया कि मौके से थ्री नॉट थ्री राइफल (.303 rifle) समेत बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामान (explosive material) मिला है। हालांकि इलाके में और नक्सलियों के छिपे होने की आशंका है, इसलिए सर्च आपरेशन (search operation continues) जारी है।
गरियाबंद में एक करोड़ का इनामी ढेर
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र में हुई सबसे बड़ी नक्सल विरोधी आपरेशन (anti-Naxal operation) में 10 नक्सली मारे गए थे। इनमें शामिल था मोडेम बालकृष्ण – जो कि सेंट्रल कमेटी का सदस्य और ओडिशा स्टेट कमेटी का सचिव (Odisha State Committee Secretary) था। उस पर सरकार ने एक करोड़ रुपए इनाम (1 crore reward) घोषित कर रखा था।
एसटीएफ, कोबरा, स्टेट पुलिस ने लिया हिस्सा
गरियाबंद मुठभेड़ कई घंटों तक चली और इसमें एसटीएफ, कोबरा STF, COBRA (CRPF की Commando Battalion for Resolute Action) और राज्य पुलिस की संयुक्त टीम ने हिस्सा लिया। IG अमरेश मिश्रा के मुताबिक इलाके में अब भी IED threat मौजूद है, जिसकी वजह से रात में सर्च ऑपरेशन रोका गया।