नई दिल्ली। एशिया कप 2025 में रविवार को दुबई में भारत और पाकिस्तान की टीमें (India vs Pakistan match) आमने-सामने होंगी। लेकिन इस मैच को लेकर देशभर में गुस्सा और विरोध दिखाई दे रहा है। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam attack) और ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहला मौका है जब दोनों देशों की टीमें भिड़ने जा रही हैं। इसी कारण मैच का आयोजन (BCCI boycott) विवादों में घिर गया है।
BCCI अफसर मैच से दूर रहेंगे
हालांकि भारत क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) टूर्नामेंट का आधिकारिक मेजबान है, लेकिन ज्यादातर अधिकारी मैच देखने दुबई नहीं जाएंगे। बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष राजीव शुक्ला के शामिल होने की संभावना है, क्योंकि वे एशियन क्रिकेट काउंसिल के सदस्य भी हैं।
शहीद की पत्नी ने की बायकॉट की अपील
पहलगाम हमले में शहीद हुए कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या ने भावुक अपील करते हुए कहा, मेरी आंखों के सामने पति को गोली मारी गई। 26 लोग मारे गए, कई जवान शहीद हुए। इसके बावजूद मैच कराया जा रहा है।
राजनीति में गरमाई बहस
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने क्लब, पब और रेस्टोरेंट्स को चेतावनी दी कि वे भारत-पाकिस्तान मैच का प्रसारण न करें। उन्होंने कहा, अगर ऐसा हुआ तो हम सड़कों पर उतरेंगे। यह देश के साथ धोखा है।
वहीं, शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि जब खून और पानी साथ नहीं बह सकते तो क्रिकेट मैच क्यों हो रहा है। उद्धव ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने देशभक्ति को व्यापार बना दिया है।
विरोध प्रदर्शन और अपील
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों का पुतला जलाकर विरोध जताया। सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तानी क्रिकेटरों की एक विवादित सोशल मीडिया पोस्ट का जिक्र किया, जिसमें पाकिस्तान आर्मी चीफ असीम मुनीर को भारतीय तिरंगे में सिंदूर भरते हुए दिखाया गया था।
इधर, फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भारत-पाकिस्तान मैच का प्रसारण रोकने की मांग की है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी कहा कि पहलगाम हमले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
छात्रों से शांति की अपील
जम्मू और कश्मीर छात्र संघ ने एडवाइजरी जारी कर कश्मीरी छात्रों से अपील की है कि वे मैच को खेल भावना से देखें और किसी भी आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट से बचें।