काठमांडू। नेपाल ने आज एक ऐतिहासिक पल देखा जब देश की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में सुशीला कार्की ने शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ कुलमान घीसिंग, ओम प्रकाश अर्याल और बालानंद शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, कैबिनेट में Gen-Z आंदोलन से जुड़े किसी भी नेता को जगह नहीं दी गई है।
नेपाल की चीफ जस्टिस रहीं सुशीला
सुशीला कार्की इससे पहले नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस रह चुकी हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उनके कार्यकाल को नेपाल में न्यायपालिका की स्वतंत्रता और पारदर्शिता के लिए अहम माना जाता है।
राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने संसद भंग की
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने संसद को भंग कर दिया। यह कदम Gen-Z आंदोलनकारियों की मांगों के दबाव में उठाया गया है। गौरतलब है कि पिछले कई हफ्तों से नेपाल में सोशल मीडिया बैन, भ्रष्टाचार और राजनीतिक अस्थिरता के खिलाफ व्यापक आंदोलन चल रहा है।
भारतीय पत्रकारों के साथ मारपीट
इसी आंदोलन के दौरान भारतीय पत्रकारों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की घटनाएं भी सामने आई हैं। शुक्रवार को भी दो भारतीय पत्रकारों को प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया। इससे पहले भी कई भारतीय मीडिया कर्मियों को कवरेज के दौरान हिंसा का सामना करना पड़ा है।
हिंसा में अब तक 51 की मौत
नेपाल में हालात तब और बिगड़ गए जब 9 सितंबर को Gen-Z आंदोलनकारियों ने तख्तापलट करते हुए संसद, राष्ट्रपति भवन और पूर्व प्रधानमंत्री ओली के निजी आवास पर हमला किया। इस दौरान आगजनी और हिंसा में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1000 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।