काठमांडू। नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता के बीच सत्ता को लेकर Gen-Z के दो गुटों में सीधा टकराव देखने को मिला। सेना मुख्यालय के बाहर शुक्रवार देर रात दोनों पक्षों के युवाओं में जमकर हाथापाई हुई। इस झड़प में कई युवक घायल हो गए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अंतरित पीएम को लेकर मतभेद
दरअसल, अंतरिम प्रधानमंत्री के चयन को लेकर नेपाल की राजनीति में गहमागहमी बढ़ गई है। एक गुट पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की के नाम को आगे बढ़ा रहा है, जबकि दूसरा गुट काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह या किसी अन्य युवा चेहरे को अंतरिम पीएम बनाने की वकालत कर रहा है। इसी मुद्दे पर Gen-Z समर्थक आपस में भिड़ गए।
तस्वीर अभी साफ नहीं
नेपाल में हाल ही हुई हिंसा और उपद्रव के बाद सरकार गठन पर सस्पेंस बना हुआ है। सत्ता के समीकरण लगातार बदल रहे हैं, लेकिन अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। राष्ट्रपति भवन में आज फिर से अहम बैठक बुलाई गई है, जिसमें अंतरिम सरकार के नेतृत्व पर अंतिम निर्णय होने की संभावना जताई जा रही है।
सुशीला कार्की का नाम सबसे आगे
सूत्रों के मुताबिक, सुशीला कार्की का नाम अंतरिम प्रधानमंत्री की दौड़ में सबसे आगे चल रहा है। नेपाल के ज़्यादातर सीनियर नेता और दल उनकी साफ-सुथरी छवि को देखते हुए उनके नाम पर सहमत नज़र आ रहे हैं। हालांकि, युवाओं के बीच बालेंद्र शाह को लेकर बड़ा उत्साह है, जो नई राजनीति का प्रतीक माने जाते हैं।
फिर से बढ़ सकती है अशांति
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नेपाल में मौजूदा हालात बेहद नाजुक हैं। अगर अंतरिम सरकार को लेकर जल्द सहमति नहीं बनती है, तो यह अशांति और बढ़ सकती है। वहीं, सेना मुख्यालय के बाहर हुई झड़प यह संकेत देती है कि युवाओं के बीच सत्ता को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है।
इस बैठक पर टिकी निगाहें
आज की राष्ट्रपति भवन बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हैं। माना जा रहा है कि अगर नेताओं के बीच सहमति बनती है तो सुशीला कार्की को अंतरिम पीएम के तौर पर शपथ दिलाई जा सकती है। हालांकि, बालेंद्र शाह के समर्थक भी अपनी दावेदारी से पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं।