नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है। एजेंसी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कहा कि राहुल गांधी ने पिछले 9 महीनों में 6 बार बिना सूचना दिए विदेश यात्राएं कीं। इनमें इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया शामिल हैं।
CRPF ने राहुल गांधी को अलग से पत्र भेजकर आगाह किया है कि इस तरह की चूक उनकी Z+ कैटेगरी सुरक्षा को कमजोर कर सकती है और उनकी जान को खतरा बढ़ा सकती है। एजेंसी का कहना है कि वह पहले भी इस मामले को कई बार उठा चुकी है।
Z+ सुरक्षा और येलो बुक प्रोटोकॉल
राहुल गांधी को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) कवर के साथ Z+ सिक्योरिटी मिली हुई है। इस श्रेणी में आने वाले लोगों को ‘येलो बुक प्रोटोकॉल’ के तहत हर गतिविधि और विदेश यात्रा की जानकारी पहले से सुरक्षा एजेंसियों को देनी होती है। ताकि उनकी सुरक्षा व्यवस्था समय पर की जा सके।
यहां पर हुई सुरक्षा चूक
राहुल गांधी की सुरक्षा में कई बार खामियां सामने आ चुकी हैं।
- अगस्त 2025, पूर्णिया (बिहार): वोटर अधिकार
रैली में एक युवक राहुल के बेहद करीब पहुंच गया
और उन्हें किस कर लिया। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने
युवक को हटाया। - जनवरी 2023, काजीगुंड (जम्मू-कश्मीर): भारत
जोड़ो यात्रा के दौरान भीड़ ने राहुल गांधी को घेर
लिया था। करीब आधे घंटे तक वे भीड़ में फंसे
रहे। - फरवरी 2022, लुधियाना: एयरपोर्ट से होटल जाते
समय राहुल ने कार का शीशा खोला तो किसी ने
झंडा फेंका, जो उनके चेहरे पर आकर लगा।
9 महीने में 6 विदेश यात्राएं
CRPF ने राहुल गांधी की विदेश यात्राओं का ब्यौरा भी दिया है।
- 30 दिसंबर से 9 जनवरी: इटली
- 12 से 17 मार्च: वियतनाम
- 17 से 23 अप्रैल: दुबई
- 11 से 18 जून: कतर
- 25 जून से 6 जुलाई: लंदन
- 4 से 8 सितंबर: मलेशिया
पहले भी 113 बार नियम तोड़े
CRPF का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने सुरक्षा नियमों की अनदेखी की हो। 2020 से अब तक उन्होंने 113 बार सुरक्षा दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है। इसमें भारत जोड़ो यात्रा का दिल्ली चरण भी शामिल है।
SPG सुरक्षा हटने के बाद CRPF की जिम्मेदारी
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 2019 में गांधी परिवार से SPG सुरक्षा वापस ले ली थी। इसके बाद उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी CRPF को दी गई। करीब 3 दशक तक गांधी परिवार को SPG कवर मिला था।