बिलासपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत (Dr. Mohan Bhagwat) शनिवार को बिलासपुर स्थित सिम्स ऑडिटोरियम पहुंच गए हैं। इस ऑडिटोरियम में संघ प्रमुख स्वर्गीय काशीनाथ गोरे की स्मृति में प्रकाशित लोकहितकारी काशीनाथ स्मारिका (Kashinath Gore Smritika) का विमोचन करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह करेंगे। संघ के मध्य क्षेत्र संघचालक डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
ऑडिटोरियम परिसर सील, सुरक्षा चाक-चौबंद
भागवत के आगमन को लेकर पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह सख्त कर दी है। करीब 300 जवानों को सुरक्षा में लगाया गया है। सीआरपीएफ, अर्धसैनिक बल और नगर सैनिक भी तैनात किए गए हैं। सिम्स ऑडिटोरियम परिसर को तो शुक्रवार 29 अगस्त से ही सील कर दिया गया है। एसपीजी ने उनकी सुरक्षा का रिहर्सल भी किया। रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि संघ प्रमुख ट्रेन से पहुंचे हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार आए बिलासपुर
संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत इससे पहले भागवत लोकसभा चुनाव से पहले बिलासपुर आए थे, लेकिन पहली बार वे यहां रात्रि प्रवास करेंगे। रविवार की सुबह डॉ. भागवत वंदे भारत एक्सप्रेस से आगे रवाना होंगे। यह कार्यक्रम संघ प्रायोजित नहीं, बल्कि ट्रस्ट द्वारा आयोजित किया गया है। डॉ. भागवत का यह दौरा न केवल सुरक्षा के लिहाज से अहम है बल्कि स्मारिका विमोचन के जरिये संघ परिवार के एक समर्पित कार्यकर्ता को श्रद्धांजलि देने का भी प्रतीक है।
काशीनाथ गोरे का जीवन रहा प्रेरणाप्रद
आयोजन समिति ने बताया कि स्मारिका में काशीनाथ गोरे के सामाजिक योगदान और राष्ट्र सेवा को विस्तार से समाहित किया गया है। गोरे ने अपना पूरा जीवन संघ और समाज की सेवा में लगाया। उनके पिता भी संघ से जुड़े थे और संघ कार्य के लिए उन्होंने रेलवे की नौकरी तक छोड़ दी थी। गोरे कुष्ठ रोगियों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए हमेशा समर्पित रहे।
मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था
सिम्स प्रबंधन ने बताया है कार्यक्रम के दौरान मरीजों को असुविधा न हो, इसके लिए सामने वाले दोनों गेट खोल दिए गए हैं। वहीं, मरीजों और उनके परिजनों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।