भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है, जिससे कई जिलों में लगातार तेज बारिश हो रही है। बीते रविवार को भोपाल, हरदा और मंडला समेत प्रदेश के कई इलाकों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। भारी बारिश के चलते अब हालात बिगड़ने लगे हैं। खासकर चंबल संभाग के जिलों – भिंड, मुरैना और दतिया–में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। इन क्षेत्रों में निचले इलाकों में पानी भर गया है और जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
अवकाश घोषित कर दिया गया
स्थिति को देखते हुए ग्वालियर में सोमवार को सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है। वहीं, मौसम विभाग ने भोपाल, उज्जैन, जबलपुर और सागर समेत 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि अगले 24 से 48 घंटों के दौरान इन इलाकों में मूसलाधार बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
मौसम सुहावना हो गया
राजधानी भोपाल में रविवार को रुक-रुक कर बारिश होती रही, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई और मौसम सुहावना हो गया। हालांकि कई निचले इलाकों में जलभराव से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हरदा और मंडला में भी अच्छी बारिश हुई, जिससे किसानों के चेहरे जरूर खिले हैं, लेकिन शहरों में आवागमन प्रभावित हुआ है।
अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं
प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन दल, एनडीआरएफ और होमगार्ड की टीमें तैयार रखी गई हैं ताकि जरूरत पड़ने पर त्वरित सहायता दी जा सके। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का पालन करें।
कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा
राज्य के जल संसाधन विभाग ने बताया कि कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। खासकर चंबल नदी और उसकी सहायक नदियों में पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच रहा है। ग्रामीण इलाकों में खेतों में पानी भरने से फसलें खराब होने का खतरा भी मंडरा रहा है।
सतर्क रहने की सलाह
इस बीच लोगों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि मौसम के मिजाज में और अधिक बदलाव आ सकते हैं।